A Review Of Shiv chaisa
A Review Of Shiv chaisa
Blog Article
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
O Lord, Purari, you saved all Deities and mankind by defeating and destroying the demons Tripurasur. You blessed your devotee Bhagirath and he was equipped to accomplish his Vow just after demanding penance.
पण्डित त्रयोदशी shiv chalisa in hindi को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अगर आपको यह चालीसा पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल shiv chalisa lyricsl कारण विघ्न विनाशन॥
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो फल पाहीं॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र